Faridabad News: प्रशासन ने फरीदाबाद में कूड़ा निस्तारण की योजना तैयार कर ली है। अब इस शहर में भी इंदौर की तर्ज पर बायो-सीएनजी प्लांट लगाया जाएगा। इस संबंध में सरकार की तरफ से भी सहमति मिल गई है। अब पूरी रूपरेखा तैयार करने की जिम्मेदारी नगर निगम को मिली है। इस समय निगम के अधिकारी इस प्लांट को लगाने के लिए जगह की तलाश में जुटे हैं। इस कार्य में परामर्शदाता की सेवाएं भी लेनी की तैयारी चल रही है, जिससे पूरी योजना को सही तरीके से और जल्दी अमलीजामा पहनाया जाए।
बता दें कि, फरीदाबाद शहर में कूड़ा निस्तारण एक गंभीर समस्या बन गया है। निगम क्षेत्र के अंदर प्रतिदिन करीब 350 टन कूड़ा निकलता है, जिसे बंधवाड़ी पहुंचाया जाता है। अब बंधवाड़ी में कूड़े का पहाड़ बन गया है। इसलिए निगम ने इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए कूड़ा से सीएनजी प्लांट लगाने की योजना बनाई है। इससे जहां कूड़ा की खपत होगी, वहीं निगम को सीएनजी बेचकर आर्थिक फायदा भी होगा।
गीले कचरे से बनेगा सीएनजी
नगर निगम द्वारा जो बायो सीएनजी प्लांट लगाया जाएगा, उसमें गीले कचरे से सीएनजी बनाया जाएगा। इस प्लांट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर लगाया जाएगा। निगम की योजना के अनुसार, गीले कचरे को प्लांट में उपचारित किया जाएगा, जिससे बायो सीएनजी और आर्गेनिक कंपोस्ट का उत्पादन होगा। प्लांट से उत्पन्न होने वाली बायो सीएनजी का उपयोग निगम सबसे पहले अपने सभी वाहनों के लिए करेगा। इसके बाद जो सीएनजी बचेगा उसे खुले बाजार में बेचा जाएगा। निगम के कार्यकारी अभियंता पद्म भूषण ने बताया कि, इस तरह का प्लांट इंदौर में भी है। ऐसे में उसी तर्ज पर फरीदाबाद में भी प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। एक से दो माह में इस पर कार्य शुरू हो जाएगा। योजना के अनुसार इस पूरे प्लांट के निर्माण में ज्यादा से ज्यादा एक साल का समय लगेगा।